बर्तन धोकर कमाये गये 150 रूपये से किया 20 करोड़ तक सफ़र:Best Entrepreneur Success Story In Hindi
" एक बार ठान के तो देख
तक़दीर बदल जायेगी ,
आईना वही रहेगा सिर्फ
तसवीर बदल जायेगी। "
जिन लोगो को अपने हौसलो के दम पर मुस्किलो का सामना करना आता है,वे न सिर्फ नयी पहचान हासिल करने में सफल होते है, बल्कि उनकी लगन औरो के लिए प्ररेणा बन जाती है. ऐसे ही प्रेरको में शामिल है साउथ इंडियन फ़ूड चैन डोसा प्लाजा के संथापक प्रेम गणपति ,जो 150 रूपये की तनख्वा से शुरू कर आज 30 करोड़ का बिज़नस चला रहे है।
जानते है प्रेम गणपति की बिज़नस सक्सेस स्टोरी ..............
महीना का 150 रूपये कमाने वाला आज है करोड़पति कैसे :
तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में जन्मे प्रेम गणपति 10वी पास करने के बाद मुम्बई शहर में एक एक साधारण सी नोकरी करने का सपना लेकर आये थे.किसी परिचित ने उन्हें नोकरी दिलाना का वादा किया था।
जब वे मुम्बई पहुचे तो उस परिचित ने प्रेम को झांसा दे दिया,उन्हें बहुत जोर का झटका लगा क्योंकि वहाँ न तो वो किसी को जनता था न ही उनके पास पैसे थे,लेकिन हिम्मत और हौसलो से हर जंग जीती जा सकती है।
वे खली हाथ घर वापस नही लौटना चाहते थे,बल्कि हालात से लड़ते हुए आगे बढ़ेंगे, इसी करना वे एक बेकरी में बर्तन धोने और एक छोटे रेस्तरां में खाना बनाने का काम किया.इन काम से वे 150 रूपये कमा पाते थ, इंही पैसो से वे अपने बिज़नस बनने का सफर की शुरुवात की।
जब वे मुम्बई पहुचे तो उस परिचित ने प्रेम को झांसा दे दिया,उन्हें बहुत जोर का झटका लगा क्योंकि वहाँ न तो वो किसी को जनता था न ही उनके पास पैसे थे,लेकिन हिम्मत और हौसलो से हर जंग जीती जा सकती है।
वे खली हाथ घर वापस नही लौटना चाहते थे,बल्कि हालात से लड़ते हुए आगे बढ़ेंगे, इसी करना वे एक बेकरी में बर्तन धोने और एक छोटे रेस्तरां में खाना बनाने का काम किया.इन काम से वे 150 रूपये कमा पाते थ, इंही पैसो से वे अपने बिज़नस बनने का सफर की शुरुवात की।
एक छोटे ठेले से की बिज़नस की शुरुवात
प्रेम ने अपने बचाये हुए पैसो से 1992 में एक ठेला किराये पर लिया और वाशी रेलवे स्टेशन के सामने सड़क पर डोसा,सांभर और इडली बेचना सुरु किया,उनके डोसा लोगो को खूब पसंद आने लगीं।
फिर उन्होंने ठेले को छोड़ एक दुकान किराया पर लेने का फैसला किया और वर्ष 1997 में 5 हज़ार महीना के किराये पर एक दुकान में डोसा बेचना शुरू किया,इस दुकान का नाम डोसा प्लाज़ा नाम रखा,प्रेम के कस्टमर ज्यादातर युवा और कॉलेज स्टूडेंट्स होते थे,
फिर उन्होंने ठेले को छोड़ एक दुकान किराया पर लेने का फैसला किया और वर्ष 1997 में 5 हज़ार महीना के किराये पर एक दुकान में डोसा बेचना शुरू किया,इस दुकान का नाम डोसा प्लाज़ा नाम रखा,प्रेम के कस्टमर ज्यादातर युवा और कॉलेज स्टूडेंट्स होते थे,
जिनके करना प्रेम की दोस्ती उन्हें जमने लगी।प्रेम ने उन स्टूडेंट्स की हेल्प से इंटरनेट इस्तेमाल करना सीखा अर नयी रेसिपी पढ़ कर अपनी डिसेज के साथ नए नए एक्सपेरिमेंट करना शुरू कर दिया.
उन्होंने एक साल में अपनी शॉप में 26 तरह के डोसे की वेराइटी जोड़ ली और लोगो ने काफी पसंद किया।
उन्होंने एक साल में अपनी शॉप में 26 तरह के डोसे की वेराइटी जोड़ ली और लोगो ने काफी पसंद किया।
हुवा वही जो उन्होंने सोचा
अपनी शॉप डोसा प्लाजा की लोकप्रियता बढ़ते देख प्रेम के मन में यह ख्वाहिश उठाने लगी की किसी मॉल में डोसा प्ल्ज़ का आउटलेट खुले,और किस्मत ने तभी साथ दिया एक दिन एक मॉल की मैनेजमेंट टीम उनके यहा खाना खाने आयी,वहाँ का टेस्ट करने के बाद उन्होंने प्रेम को अपना आउटलेट अपने मॉल में खोलने का ऑफर दिया. इसके बाद तो कई लोग इसकी फ्रैंचेगी लेने के लिए प्रेम के पास आने लगे. धीरे धीरे डोसा प्लाजा साउथ इंडियन फ़ूड का एक ब्रांड बन गया. आज भारत के अलावे न्यूजीलैंड , दुबई और ओमान में भी इसके आउटलेट है।
हाइजीन को बनाया यूएसपी
जब प्रेम एक सिंपल शॉप चला रहे थे तभी उन्होंने अपने बिज़नस की यूएस पी विकशित की और वह भी हाइजीन और सफाई. वे इतने आउटलेट चलने के बावजूद आज भी ये बात का धयान देते है कि जो कस्टमर को सर्व किया जाये , वो साफ़ सुथरा हो।
क्या कहते है युवा पीढ़ी को प्रेम गणपति जी:बिज़नस थॉट्स :-
* बिज़नस एक ऐसी, जहाँ स्थितियां के बनते और बिगड़ते देर नही लगते है,लेकिन सकारात्मक वह सकती है,जिसके दम पर मुश्किल हालातो का सामना करने में आसानी होती है।
* सफलता के लिए लक्ष्य पर फोकस बनाये रखना बेहद जरुरी है।
* बिज़नस में यूएसपी और गुडविल की बड़ी भूमिका होती है. अपने बिज़नस को सफलता के मुकाम पर पहुचने के लिए इसे बनाये रखना बेहद जरूरी होता है।
* किसी भी बिज़नस को सफल बनाने के लिए जरुरी है पूरी निस्टा, निश्चय और समर्पण के साथ काम करना।
आप अगर सच में एक महान बिज़नस मेन बनाना चाहता हो तो आपके नजर में जितने भी लोग है जो बिज़नस करना चाहते है उनसे मेरा ब्लॉग शेयर करे ।ताकि कोई पीछे न रहे।क्योंकि किसी ने क्या खूब कहा है।
सिर्फ कर्म करते जाओ,फल का चिंता मत करो.
एक दिन इतना मिलेगा इतना मिलेगा की संभाल नही पाओगे।
BEST OF LUCK
एक दिन इतना मिलेगा इतना मिलेगा की संभाल नही पाओगे।
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